कोरोना वायरस और प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए इस बार कई राज्यों ने दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है. हरियाणा ने भी दिवाली के मौके पर पटाखों पर बैन लगा दिया था. हालांकि अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि राज्य में दो घंटे पटाखे बजाने की इजाजत होगी. दिवाली से पहले बढ़ते प्रदूषण को लेकर हरियाणा ने दिवाली पर पटाखों पर बैन लगाने का ऐलान किया था. हालांकि अब इस प्रतिबंध में थोड़ी छूट दी गई है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि दिवाली पर हरियाणा में दो घंटे पटाखे बजाने की इजाजत होगी.
हरियाणा सरकार ने दो दिन पहले पटाखे जलाने और बेचने पर लगाए गए प्रतिबंध का फैसला बदल दिया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को जानकारी दी कि अब सरकार ने लोगों के आग्रह पर सिर्फ दो घंटे पटाखे बेचने और जलाने की इजाजत दे दी है. हालांकि पटाखे किस समय छोड़े जा सकेंगे इसकी कोई जानकारी नहीं है.
नवंबर 2018 को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने सिर्फ रात के आठ बजे से दस बजे के बीच ही पटाखे छोड़ने की इजाजत दी थी. कोर्ट का ये आदेश अभी भी लागू है. हालांकि मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि पटाखे जलाने की इजाजत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के जरिए जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हुए दी गई है लेकिन सच ये है कि पाबंदी लगाने वाले आदेशों को हिन्दू संगठनों और पटाखा विक्रेताओं के दबाव के चलते लिया गया है.
लोगों का आरोप था कि दुकानदारों ने पटाखे खरीदने पर काफी पैसा लगाया है. अगर सरकार पटाखों की बिक्री पर पाबंदी लगाती है तो उनको काफी नुकसान होगा. व्यापारी पहले ही कोरोना काल के दौरान लगाए गए लॉकडाउन के चलते काफी घाटा उठा चुके हैं.
मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘प्रदेश में दिवाली के दिन नागरिक सिर्फ दो घंटे पटाखे बजा सकते हैं. देखा गया है कि प्रदूषण के कारण ही कोरोना के संक्रमित मरीजों में भी बढ़ोतरी हुई है. प्रदूषण कम करने और कोरोना के संक्रमण के फैलाव को रोकने के मद्देनजर पटाखे बेचने और बजाने को प्रतिबंधित किया गया है.’
पटाखों के इस्तेमाल पर लगाई जा रही पाबंदी को लेकर हिन्दू संगठन भी नाराज थे. ये संगठन पटाखों को पर्यावरण के साथ कम और त्याहारों की खुशियों के साथ जोड़कर देख रहे थे. उधर हिन्दू संगठन पटाखों पर बनाए गए हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरों को लेकर भी लामबंद हैं. लोगों से ऐसे पटाखों को न खरीदने की अपील की गई है.